काशी के मंदिरों से साईं बाबा की प्रतिमा हटाने का विरोध शुरू हो गया है। साईं प्रतिमा को मंदिर से हटाने का वीडियो सामने आने के बाद सपा एमएलसी ने इसे चुनावी स्टंट बताया है। सपा एमएलसी ने इसे महाराष्ट्र चुनाव को प्रभावित करने का चुनावी हथकंडा बताया है।
काशी के मंदिरों से साईं बाबा की प्रतिमा हटाए जाने का मामला अब बढ़ता जा रहा है। साईं बाबा की प्रतिमा हटाने का सपा एमएलसी ने इसका विरोध करते हुए काशी का माहौल खराब करने का आरोप लगाया है। बीते एक हफ्ते में सनातन रक्षक दल के प्रदेश अध्यक्ष अजय शर्मा की अगुवाई में बीते एक हफ्ते में करीब 12 मंदिरों से साईं बाबा की प्रतिमा हटाई गई है। दो दिन पहले लोहटिया स्थित बड़ा गणेश मंदिर से साईं बाबा की प्रतिमा हटाने का वीडियो सामने आने के बाद से विवाद बढ़ गया। वहीं, दूसरी ओर सनातन रक्षक दल के अजय शर्मा का कहना है कि हिन्दू मंदिरों में देवताओं के साथ किसी फकीर की मूर्ति पूजन कर के भगवान का दर्जा दिए जाने का कोई औचित्य नहीं है।
मंदिरों से साईं प्रतिमा हटाए जाने का वीडियो वायरल हुआ। आम बनारसी इस मुद्दे पर बंटे हुए दिख रहे हैं। इसी बीच सपा एमएलसी आशुतोष सिन्हा ने इसे बीजेपी का स्टंट बताते हुए कहा कि महाराष्ट्र में जिस तरह से आम जनता बीजेपी के खिलाफ हैं, उसे देखते हुए काशी में ये प्रयोग इशारे पर किया जा रहा है। काशी ने सभी धर्म और मत को हमेशा सम्मान दिया है। साईं का सबसे बड़ा केंद्र महाराष्ट्र में है और काशी से साईं के बारे में गलत प्रचार करके बीजेपी चुनाव को मुद्दों से भटकाने की कोशिश कर रही है। काशी में ही गलियों की हालत खराब है। महंगाई चरम पर है, गंगा साफ नहीं हुईं, उस पर ये लोग कोई आंदोलन नहीं करते, लेकिन जैसे ही कही चुनाव का समय आता है तो धर्म आधारित मुद्दों को हवा देकर चुनाव प्रभावित करने की कोशिश इन संगठनों की तरफ से शुरू हो जाती है।
ऐसा पहली बार नहीं है कि चुनाव से पहले ऐसे मुद्दे उठाए जा रहे हैं गौरतलब है कि कर्नाटक चुनाव के समय हिजाब, यूपी चुनाव के समय लव जिहाद आदि | ऐसे कई मुद्दे चुनाव के समय उठाए जाते हैं | महाराष्ट्र चुनाव में बीजेपी को ये मुद्दा उल्टा फंसा भी सकता है, क्योंकि साईं बाबा को मन्नेवाले हिंदू भी बड़ी संख्या में हैं | कहीं ऐसा न हो कि बीजेपी के लिए पासा उल्टा पड़ जाए |